सांस्कृतिक एकता के प्रतीक गोगामेडी मेले में बुधवार को कृष्ण पक्ष की सप्तमी से बडा पर्व शुरू हुआ। मेले में पीत वस्त्र धारी श्रद्धालुओं की तादाद बढने लगी है। श्रद्धालु ढोल-नगाडे की थाप पर नाचते मेले में पहुंच रहे हैं। हालांकि उनको गर्मी व उमस से परेशानी है।
कृष्ण पक्ष को पूर्वी भारत के श्रद्धालुओं का मेला कहा जाता है। इसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश व अन्य राज्यों से श्रद्धालु आते हैं। मेला क्षेत्र में उनके डेरे लगे हैं। गोरक्षटीला व गोगाजी मंदिर में दर्शन के समय वे जयकारे लगाते हैं। निजी वाहन से आने वाले श्रद्धालुओं को परिवहन विभाग व पुलिस के नाकों पर जांच के लिए घंटों इंतजार करना पडता है।
कृष्ण पक्ष को पूर्वी भारत के श्रद्धालुओं का मेला कहा जाता है। इसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश व अन्य राज्यों से श्रद्धालु आते हैं। मेला क्षेत्र में उनके डेरे लगे हैं। गोरक्षटीला व गोगाजी मंदिर में दर्शन के समय वे जयकारे लगाते हैं। निजी वाहन से आने वाले श्रद्धालुओं को परिवहन विभाग व पुलिस के नाकों पर जांच के लिए घंटों इंतजार करना पडता है।
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